इंसाफ नहीं है.
गज़ल
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चश्मे पे लगी धूल नजर साफ नहीं है,,
लगता है तेरे पास भी इंसाफ नहीं है,,
जिसकी भी नजर तेज है वो तुमसे खफ़ा है,
अंधे है कई लोग जो खिलाफ नहीं है,,
माना की बड़े आप हो पैसा भी बहुत है,
अफ़सोस वहाँ कोई गुनाह माफ नहीं है,,
कोई तो नुख्स लाजमी होता है बशर मे,
दुनिया मे सभी लोग तो अल्ताफ नहीं है,,
प्रेमल नूराना......✍🏻
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From : Ratia, Fatehabad, Haryana,
Khushi jha
29-Oct-2021 01:56 PM
वाह
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ऋषभ दिव्येन्द्र
28-Oct-2021 01:06 PM
बहुत ही बेहतरीन 👌👌
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Ankit Raj
27-Oct-2021 09:39 PM
Nice👍
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